इतिहास के सबसे बड़े पर्यावरण आंदोलन की कहानी, आखिर कैसे हुई EARTH DAY की शुरुआत

22 अप्रैल को मनाया जाने वाला अर्थ डे पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करता एक वार्षिक कार्यक्रम है। 1970 में आधुनिक पर्यावरण आंदोलन…

संवेदनाओं से थोड़ा दूर, पर जमीनी हकीकत के बहुत करीब: लखवार ब्यासी जलविद्युत परियोजना।

यूँ तो पहाड़ी राज्य उत्तारखण्ड में कई परियोजनाओं ने पाँव पसेरे पर बांध निर्माण जैसी त्रासदी शायद ही कोई परियोजना ने उत्तारखण्ड वासियों…

महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनी रानीबाग की प्रीती रिंवी, “बुआ जी मशरुम” से कमाया नाम|

अगर कुछ अच्छा करने का जुनून हो, प्रेम से भरा जज़्बा हो और परोपकार के लिए हौसला हों, आत्मीयता के साथ आगे बढ़ने…

पिथौरागढ़ के किसान का कमाल: गाँव की बंजर भूमि को बदला विश्व प्रसिद्ध चाय बागानों में।

हिमालयी क्षेत्र खेती और भूमि उपयोग काम के लिए बहुत संवेदनशील क्षेत्र है। इन हिमालयी क्षेत्रों में बंजर भूमि का बढ़ना यहाँ की…

उत्तराखंड के वन्य जीवन और प्राकृतिक सौंदर्य को मिली राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान।

यूँ तो पहाड़ी राज्य उत्तराखंड दुनिया भर में अपनी सुंदरता के लिए विख्यात है। इस कारण वो साल भर पर्यटकों की पहली पसंद…

गाँव से राष्ट्रपति भवन तक पर्यावरण प्रेम की महक पहुँचाती “तुलसी गौड़ा”।

साल 2020 में पद्मश्री विजेताओं का नाम काफी चर्चित रहा। इस चर्चा में एक विशेष आकर्षण रेड कारपेट में एक सादी सी साड़ी…
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